दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर पहले दिन से ही इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चलाने की प्लानिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शनिवार को नैशनल हाइवे फॉर इलेक्ट्रिक वीइकल के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर अभिजीत सिन्हा वर्किंग कमिटी के सदस्यों के साथ निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे के स्टार्टिंग पॉइंट पर बड़ा ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की संभावना तलाशने पहुंचे। सोहना रोड स्थित इंटरचेंज पर देश का सबसे बड़ा चार्जिंग स्टेशन बनाने की प्लानिंग है, जो गुड़गांव में पहले से मौजूद 2 सबसे बड़े प्रोटोटाइप चार्जिंग स्टेशन से भी बड़ा होगा। वर्किंग टीम ने चार्जिंग के लिए आसान कनेक्टिविटी, एमेनिटिज हब समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने का खाका तैयार किया है। जगह फाइनल होने के बाद चार्जिंग स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दावा किया कि जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद 10 दिन के भीतर 100 पॉइंट्स की क्षमता का चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जा सकता है। सब कुछ ठीक रहा तो करीब एक लाख करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेसवे पर पहले दिन से ही इलेक्ट्रिक वाहन फर्राटा भरते नजर आएंगे। यानी दिल्ली जयपुर ई हाइवे के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का दूसरा ई-हाइवे बन सकता है। इस हाइवे की दो लेन पहले ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तय की जा चुकी है। इसके गुड़गांव से दौसा तक के हिस्से का 95 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है और फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। पहले इसे 15 अगस्त को खोलने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब इस साल के अंत तक किसी भी समय शुरू किया जा सकता है।
एनएचईवी के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर अभिजीत सिन्हा ने कहा कि 9 सितंबर से दिल्ली-जयपुर ई हाइवे पर एक महीने के लिए ट्रायल रन शुरू होगा। अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ईवी फ्रेंडली बनाने की दिशा में एनएच फॉर ईवी की वर्किंग कमिटी ने काम शुरू कर दिया है। गुड़गांव के स्टार्टिंग पॉइंट पर बड़ा चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए निरीक्षण किया गया है। जल्द ही इसे धरातल पर उतारा जाएगा। आने वाले समय में यह विश्व का सबसे बड़ा ईवी हाइवे बनेगा।