गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार को देश के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशन (Charging Station) का उद्घाटन किया गया। नए चार्जिंग स्टेशन में चार पहिया वाहनों के लिए 100 चार्जिंग पॉइंट की क्षमता है। यह स्टेशन 16 एसी और 4 डीसी चार्जिंग पोर्ट के साथ नवी मुंबई में स्थित ईवी चार्जिंग स्टेशन से भी बड़ा है। वर्तमान में इस चार्जिंग स्टेशन पर 96 चार्जिंग पॉइंट चालू हैं, जहां ग्राहकों को चौबीसों घंटे और सातों दिन चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध होगी।
इस चार्जिंग स्टेशन टेक-पायलटिंग कंपनी Alektrify Private Limited द्वारा विकसित किया गया है। यह चार्जिंग स्टेशन भारत सरकार के बिजली मंत्रालय द्वारा प्रमाणित है और सरकार द्वारा निर्धारित सभी सुरक्षा मानदंडों का अनुपालन करता है। कंपनी ने बताया कि यह चार्जिंग स्टेशन केंद्र सरकार द्वारा उद्यमों के लिए चलाए जा रहे रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल पर आधारित है। गुरुग्राम के सेक्टर 52 में स्थित स्टेशन को Alektrify द्वारा स्थापित और संचालित किया जा रहा है। यह ईवी चार्जिंग स्टेशन न केवल क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को बढ़ावा देगा बल्कि भविष्य में देश भर में बड़े ईवी चार्जिंग स्टेशनों के लिए एक बेंचमार्क के रूप में भी काम करेगा। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने पिछले साल चार्जिंग स्टेशनों के लिए सब्सिडी योजना शुरू की थी। जिसके तहत दिल्ली सरकार किसी भी प्राइवेट प्रॉपर्टी, मॉल, अस्पताल या अपार्टमेंट में चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए सब्सिडी दे रही है। इलेक्ट्रिक वाहन मालिक अपने अपने डिस्कॉम पोर्टल पर आवेदन देकर या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर निजी चार्जिंग स्टेशन लगवा सकते हैं। इस स्कीम के तहत दिल्ली सरकार पहले 30,000 चार्जिंग स्टेशनों पर 6,000 रुपये की सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे प्रत्येक चार्जर की प्रभावी लागत लगभग 70 फीसदी कम होकर मात्र 2,500 रुपये हो गई है। आवेदक दो तरह से अपनी निजी संपत्ति पर चार्जिंग स्टेशन लगवा सकते हैं। पहले विकल्प में अगर आवेदक चार्जिंग स्टेशन के लिए नया कनेक्शन लेना चाहता है तो उसे प्रीपेड मीटर के साथ नया कनेक्शन दिया जायेगा, जिसका टैरिफ रेट घरेलू कनेक्शन से कम होगा। वहीं दूसरे विकल्प में आवेदक घरेलू मीटर कनेक्शन पर भी चार्जिंग स्टेशन के लिए कनेक्शन ले सकता है। इन चार्जिंग पॉइंट्स के माध्यम से खपत होने वाली बिजली के लिए सरकार द्वारा निर्धारित टैरिफ दर 4.5 रुपये प्रति यूनिट है। सिंगल-विंडो पोर्टल आवेदक को अपनी सुविधानुसार इंस्टॉलेशन शेड्यूल करने की अनुमति देता है। ग्राहक हल्के ईवी चार्जर के लिए 6,000 रुपये तक की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं और शेष राशि (2,500 रुपये) का भुगतान कर सकते हैं। आपको बता दें कि ईवी चार्जर की स्थापना के लिए बहुत ही कम जगह की आवश्यकता होती है। एलईवी एसी (LEV AC) चार्जर के लिए केवल एक वर्ग फुट और एसी 001 (AC 001) के लिए दो वर्ग फुट की आवश्यकता होती है, तो वहीं डीसी-001(DC 001) को दो वर्ग मीटर क्षेत्र और दो मीटर ऊंचाई वाली जमीन पर स्थापित किया जा सकता है। LEV AC चार्जर और AC 001 चार्जर दोनों वॉल-माउंटेड हैं। इन दोनों चार्जर का इस्तेमाल मुख्य रूप से दोपहिया और तिपहिया वाहनों को चार्ज करने के लिए किया जाता है। DC 001 स्टैंडर्ड चार्जिंग पॉइंट का उपयोग मुख्य रूप से फ्लीट ऑपरेटरों द्वारा उपयोग की जाने वाली ई-कारों के लिए किया जाता है।